मधु कोडा सरकार का एक साल पूरा हो जायेगा 18 सितंबर को । निर्दलीय विधायक श्री कोडा के नेतृत्व में यूपीए सरकार का एक साल पूरा हो रहा है। बताया जा रहा है कि इस एक साल के मौके पर मुख्यमंत्री के भाषणों को संकलन जारी किया जायेगा। श्री कोड़ा दुनिया के पहले व्यक्ति बन गये हैं जो बतौर निर्दलीय विधायक इतने लंबे समय तक मु्ख्यमंत्री का पद संभाल रहे हैं। इस मौके पर कई लोगों ने अपने अपने विचार व्यक्त किये ।
राजकिशोर महतो (विधायक, भाजपा) – मधु कोडा की सरकार को मैं कोई सरकार मानता हीं नहीं हूं। राज्य में न कोई विकास हो रहा है और न हीं राज्य सरकार का कोई ऐसा ऐजेंडा दिख रहा है ताकि भविष्य में होने वाले विकास को लेकर संतुष्ट रहूं। श्री महतो सुप्रीम कोर्ट में एडवोकेट भी है।श्री महतो ने कहा कि राज्य में जितने संसाधन है यदि इसका सही इस्तेमाल हो तो राज्य हीं नहीं देश की आर्थिक स्थिति मजबूत हो जायेगी। झारखंड एक ऐसा राज्य है जहां केन्द्रीय कल कारखाने अधिक हैं।इस लिये केन्द्र सरकार को झारखंड की ओर ध्यान देना चाहिये। लेकिन केन्द्र झारखंड के प्रति ध्यान हीं नहीं दे रही है।
सुदेश महतो (नेता,आजसू) - राज्य के पूर्व गृह मंत्री सुदेश महतो का कहना है कि वर्तमान राज्य सरकार का एक साल रुठने और मनाने में हीं निकल गया। मुख्यमंत्री कोडा जी रेल मंत्री लालू यादव और गुरुजी शिबू सोरोन का ही चक्कर काटते रहे। राज्य के इस एक साल में जनहित के अलावा वे सारे काम हुये जो कल्याणकारी नहीं है।
राजकुमार राज ( राष्ट्रीय महासचिव, लोजपा) – यह समझौते की सरकार है। विकास के नाम पर कुछ भी नहीं हो रहा है। जहां तक हो सके राज्य में लूट खसोट जारी है। सरकार की गतिविधियों को देख यह कहने को मजबूर हूं कि मालूम ही नहीं पड़ता कि सरकार नाम की कोई चीज भी अस्तिव में है।
प्रभात सिंह (प्रवक्ता झारखंड कांग्रेस) – श्रीमती सोनीया गांधी जी का विशेष ध्यान है झारखंड और यहां के लोगों पर। मधु कोडा सरकार से पहले झारखंड की सत्ता अस्थिर थी उस हालात में कांग्रेस पार्टी ने सबसे पहले स्थिरता को मह्तव दिया ताकि राज्य का विकास हो सके। गांवो में विकास की गति जारी है । ग्रामीण रोजगार योजना के तहत लोगों को मदद की जा रही है। आप गांवो में जाकर देखिये आपको विकास देखने को मिलेगा।
बहरहाल, 6 जनवरी 1971 को पश्चिम सिंहभूम में जन्मे झारखंड के मुख्यमंत्री मधु कोडा ने एक रिकॉर्ड कायम कर दिया है। यह सरकार कब तक चलेगी कहा नहीं जा सकता क्योंकि झारखंड मुक्ति मोर्चा के नेता शिबू सोरेन हत्या मामले में बरी हो चुके हैं। जेल से रिहा होते वक्त श्री कोडा ने कहा था कि वे गुरुजी(शिबू सोरेन) के लिये कभी भी कुर्सी छोड़ देगें। सूत्र बता रहे हैं कि झामुमो नेता चाहते हैं कि श्री कोडा एक साल पूरा करने के बाद खुद ही कुर्सी का त्याग कर दे।
Sunday, September 16, 2007
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1 comment:
"सूत्र बता रहे हैं कि झामुमो नेता चाहते हैं कि श्री कोडा एक साल पूरा करने के बाद खुद ही कुर्सी का त्याग कर दे।"
अच्छा! वाकई? यह तो सिद्धांत हीनता में सिद्धांत नजर आता है!
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