Saturday, September 22, 2007

वोट के लिये देश को आग में न झौंके

राजेन्द्र साव
तमिलनाडु के मुख्यमंत्री करुणानिधि का सिर और जीभ काट कर लाने वालों को सोने से तोल दिया जायेगा। यह बयान दिया है विश्व हिन्दू परिषद के नेता राम विलास वेदांती ने। करुणानिधि ने कल कहा था कि बाल्मीकि रामायण में इस बात का उल्लेख है कि रामायाण के पात्र राम पियक्कड़ थे। वेदांती के बाद द्रमुक नेता और कार्यकर्ता गुस्से में है। द्रमुक नेता और बिजली मंत्री ए एन वीरासामी ने कहा कि यदि वेदांती अपना बयान वापस नहीं लेते हैं तो राज्यभर में बीजेपी कार्यालय के बाहर प्रदर्शन होगा। सभी जानते हैं कि द्रमुक कार्यकर्ता कितने उग्र हैं यदि समय रहते स्थिति नहीं संभाली गई तो हालात विस्फोटक भी हो सकते हैं। वीरासामी ने चेतवानी देते हुये कहा कि जो लोग धर्म की राजनीति कर रहें हैं उन्हें जवाब देने के लिये तमिलनाडु तैयार है। भारत एक धर्म निरपेक्ष देश है यह याद रखना होगा।
करुणानिधि को जान से मारने की धमकी और द्रमुक कार्यकर्ताओं की चेतावनी, ये संकेत अच्छे नहीं हैं भारतीय लोकतंत्र के लिये। जैसे वेदांती और लाल कृष्ण आडवाणी की छवि कट्टर हिन्दू की है वैसे ही करुणानिधि की छवि पिछड़े वर्ग की नेता की है। शायद इसी लिये वेंदांती के बयान के बाद भाजपा नेता काफी सतर्क हैं और कुछ बोलने से बचने कि कोशिश कर रहें हैं। रामसेतू को लेकर उठे विवाद और उस पर करुणानिधि के बयान फिर वेदांती के बयान फिर द्रमुक की धमकी के बाद भाजपा नेता इस बात से डरे हुये हैं कि कहीं पिछड़ा वर्ग नाराज न हो जाये क्योंकि करुणानिधि पिछड़े वर्ग से आते हैं। इस लिये कोशिश की जा रही है वेदांती के खतरनाक बयान के बाद भाजपा से जुड़े पिछड़े वर्ग के नेता आगे आयें लेकिन भाजपा से जुड़े पिछड़े वर्ग के नेता कल्याण सिंह और विनय कटियार सहित भाजपा के नेता वेदांती के बयान पर प्रतिक्रिया देने से बच रहे हैं।

1 comment:

इष्ट देव सांकृत्यायन said...

क्या भारतीय जनता को अब भी इतना बेवकूफ समझते हैं कि वह राजनेताओं की बात पर लडेगी?