Tuesday, June 29, 2010

सहारा न्यूज की गुणवता लगातार बढती जा रही है संपादक उपेंद्र के नेतृत्व में।

सहारा न्यूज की गुणवता लगातार बढती जा रही है। पहले समाचार में जितनी गलतियां होती थी अब नहीं के बराबर होती है। देश के बड़े न्यूज चैनल स्टार न्यूज और आजतक को छोड़ दें तो उसके बाद सबसे चर्चित चैनल में सहारा न्जूय का नाम आने लगा है। हर जगह सहारा की गुणवता सुनने को मिल रही है।

बताया जाता है कि सहारा न्यूज अपने सकारात्मक समाचार को लेकर जो आज चर्चित है उसके पीछे सहारा न्यूज के संपादक और निदेशक उपेंद्र राय की अथक मेहनत और विचार है। एक समय ऐसी चर्चा थी कि सहारा न्यूज के सीईओ संजीव के इस्तीफे के बाद सहारा न्जूय कमजोर पड़ जायेगा लेकिन ऐसा नहीं हुआ। बल्कि उसमें और अधिक गुणात्मक परिवर्तन देखने को मिलने लगा है।

सहारा से जुड़े लोगों को कहना है कि उपेंद्र के आने के बाद सहारा में काम की रफ्तार तेज हुई है। प्रोडूयसर समाचारों को चैनल पर उतारने पहले क्रॉस चेक करने लगे हैं। इस ओर विशेष ध्यान दिया जाने लगा है कि समाचार ऑन एयर हो तो सही सूचना के साथ। गलत न जान पाये। चैनल के संपादक उपेंद्र टीम वर्क पर अधिक जोर दे रहे हैं। उनके लिये चैनल के हर स्तर पर काम करने वाले लोग महत्वपूर्ण है।

उपेंद्र राय देश के सबसे युवा संपादक व निदेशक हैं। उन्होंने राष्ट्रीय स्तर के कई न्यूज ब्रेक किये हैं।

Friday, June 25, 2010

शिक्षा के क्षेत्र में के.सी.श्रीवास्तव का उल्लेखनीय योगदान, कोल इंडिया के ब्रांड एम्बेस्डर बने।

धनबाद डी.ए.वी पब्लिक स्कूल, कोयला नगर के प्रिंसिपल कैलाश चंद्र श्रीवास्तव की जितनी तारीफ की जाये कम होगा। शिक्षा के क्षेत्र में उनके उल्लेखनीय कार्य को देखते हुए कोल इंडिया लिमिटेड के चेयरमैन पार्थों भट्टाचार्य ने श्री श्रीवास्तव को कोल इंडिया लिमिटेड का ब्रांड एम्बेस्डर नियुक्त किया है।

चंडीगढ के शिवालिक पब्लिक स्कूल से बतौर एक शिक्षक कैरियर की शुरवात करने वाले श्री श्रीवास्तव आज शिखर पर हैं। वे डीएवी में प्रिसिंपल होने के साथ साथ निदेशक के पद पर भी हैं। उनके बारे में कहा जाता है कि उनका मकसद हमेशा शिक्षा को आगे बढाने का रहा है। अपने स्कूल के छात्रों के प्रति उनका हमेशा विशेष लगाव रहा है। उनकी कोशिश होती है कि उनके स्कूल का हर छात्र अपने-अपने क्षेत्र के सर्वोच्च स्थान पर पहुंचे। उनके नेतृत्व में अबतक हजारों छात्रों ने इंजीनियरिंग, मेडिकल, टैक्नोलॉजी और फैशन डीजाइन आदि के क्षेत्र में सफलता अर्जित की है।

श्री श्रीवास्तव 1990 में डीएवी ऑर्गेनाइजेशन में आये थे बतौर प्रोजेक्ट स्कूल के प्रिंसिपल के रूप में। तब से लेकर वे लगातार आगे बढते रहे। कभी पीछे मुड़ कर नहीं देखा। उनके त्याग को देखते हुए उन्हें समय समय पर पुरूस्कारों से नवाजा जाता रहा है। यहां तक कि सीबीएसी बोर्ड ने भी उन्हें जिम्मेवारियां सौंपी हैं।

छात्रों में निखार लाने और उनके सामुहिक विकास के लिये वे पढाई-लिखाई के अलावा उनके सेहत और खेल पर भी ध्यान देते रहे हैं। जब कांग्रेस नेता अर्जन सिंह केंद्र में एचआरडी मंत्री थे, उस दौरान उन्होंने श्री श्रीवास्तव को टिचर मेरिट अवार्ड और महात्मा हंसराज अवार्ड से सम्मानित किया। और हाल हीं में कोल इंडिया के अध्यक्ष पार्थों भट्टाचार्या ने श्री श्रीवास्तव को कोल इंडिया का ब्रांड एम्बेसडर नियुक्त किया है। ये सब कुछ श्री श्रीवास्तव के शिक्षा के प्रति उल्लेखनीय योगदान को दर्शाता है।