मधु कोडा सरकार की उल्टी गिनती शुरु हो गई है । कांग्रेस, झामुमो, आरजेडी और निर्दलीय विधायको के समर्थन से बनी यूपीए की सरकार कितने दिन चलेगी कुछ कहा नहीं जा सकता। झामुमो नेता शिबू सोरोन ने अपनी सरकार की जमकर खिंचाई की और कहा कि राज्य सरकार भ्रष्टाचार को रोक नहीं पा रही है। झामुमो सूत्रों का कहना है कि झा हत्या कांड मामले में बरी होने के बाद से ही गुरुजी(शिबू सोरेन) मौके की तलाश मे है कि मधु कोडा को हटा कर वे खुद या उनके परिवार का कोई सदस्य मुख्यमंत्री बन जाये। लेकिन सवाल उठता है कि क्या शिबू सोरोन को मुख्यमंत्री बनाने के लिये कांग्रेस और आरजेडी राज़ी होगी? क्यों कि मधु कोडा को आरजेडी नेता और रेल मंत्री लालू प्रसाद यादव का आशिर्वाद प्राप्त है।
मुख्यमंत्री कोडा के नजदीकी लोगों का कहना है कि मुख्यमंत्री कोडा हर स्थिति के लिये तैयार हैं। क्यों कि उन्हें खोने के लिये कुछ नहीं है। बतौर निर्दलीय विधायक उन्होने एक साल तक मु्ख्यमंत्री रहे और कोई गड़बड़ नहीं हुआ तो आगे भी बने रहेंगे। सूत्रों ने बताया कि य़ूपीए के पास तत्काल श्री कोड़ा के अलावा और कोई चारी नहीं है।यदि गुरुजी कोई दबाव बनाने कि कोशिश करते हैं तो यूपीए की सरकार रहेगी या नहीं कहा नहीं जा सकता। नाम न उल्लेख करने की शर्त पर झामुमो के एक बड़े नेता ने कहा कि गुरुजी की सोच अपने परिवार तक रह गई है। इस लिये उनकी लोकप्रियता घटती जा रही है । एक समय था जब गुरूजी झारखंड के सबसे बड़े आदिवासी नेता थे लेकिन आज नहीं है।
बहरहाल यूपीए सरकार को लेकर कसमकस शुरु हो गई है।हालांकि यह भी सच है कि कांग्रेस और आरजेडी के कई नेता और विधायक मुख्यमंत्री कोडा से खुश नहीं है लेकिन अपने अपने आलाकमान के दबाव के कारण वे खामोश हैं। देखना यह है कि काग्रेंस का हाथ कब तक है मधु कोडा के साथ। आरजेडी नेता लालू की लालटेन की रोशनी कब तक राह दिखा पाती है। ऐसे गुरुजी तीर धनुष चलाने को तैयार हैं।
मुख्यमंत्री कोडा के नजदीकी लोगों का कहना है कि मुख्यमंत्री कोडा हर स्थिति के लिये तैयार हैं। क्यों कि उन्हें खोने के लिये कुछ नहीं है। बतौर निर्दलीय विधायक उन्होने एक साल तक मु्ख्यमंत्री रहे और कोई गड़बड़ नहीं हुआ तो आगे भी बने रहेंगे। सूत्रों ने बताया कि य़ूपीए के पास तत्काल श्री कोड़ा के अलावा और कोई चारी नहीं है।यदि गुरुजी कोई दबाव बनाने कि कोशिश करते हैं तो यूपीए की सरकार रहेगी या नहीं कहा नहीं जा सकता। नाम न उल्लेख करने की शर्त पर झामुमो के एक बड़े नेता ने कहा कि गुरुजी की सोच अपने परिवार तक रह गई है। इस लिये उनकी लोकप्रियता घटती जा रही है । एक समय था जब गुरूजी झारखंड के सबसे बड़े आदिवासी नेता थे लेकिन आज नहीं है।
बहरहाल यूपीए सरकार को लेकर कसमकस शुरु हो गई है।हालांकि यह भी सच है कि कांग्रेस और आरजेडी के कई नेता और विधायक मुख्यमंत्री कोडा से खुश नहीं है लेकिन अपने अपने आलाकमान के दबाव के कारण वे खामोश हैं। देखना यह है कि काग्रेंस का हाथ कब तक है मधु कोडा के साथ। आरजेडी नेता लालू की लालटेन की रोशनी कब तक राह दिखा पाती है। ऐसे गुरुजी तीर धनुष चलाने को तैयार हैं।
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