Tuesday, October 27, 2009

गरीबों के खिलाफ की जा रही षडयंत्रो का जोरदार विरोध करेगी झामुमो – हेमंत सोरेन

विजय रवानी की रिपोर्ट -
झामुमो के नेता और राज्यसभा सांसद हेमंत सोरेन ने ऐलान किया है कि उनकी पार्टी किसी अन्य पार्टी से चुनावी समझौता करने की पहल नहीं करेगी। उन्होंने कहा कि झामुमो अकेले विधानसभा का चुनाव लड़ने के पक्ष में है। श्री सोरेन ने कहा कि झामुमो जब कभी भी अकेले चुनाव लड़ा है तब उनकी पार्टी फायदे में रही है। और समझौते के तहत लड़ने में उन्हें नुकसान उठाना पड़ा है।

झामुमो नेता हेमंत सोरेन ने आक्रमक रूख अपना लिया है। उन्होंने कहा कि यदि केंद्र सरकार कोई गलत फैसला लेती है तो झामुमो उसका जोरदार विरोध करेगी। यूपीए से झामुमो का संबंध सिर्फ केद्रीय सरकार को समर्थन देने तक सीमित है।

हेमत सोरेन ने केंद्रीय शिक्षा मंत्री कपिल सिब्बल के उस सुझाव का भी जोरदार विरोध किया कि आईआईटी में प्रवेश के लिये 80 प्रतिशत अंक अनिवार्य होंगें। उन्होंने कहा कि कपिल सिब्बल के इस सुझाव का सीधा असर गरीबों, पिछड़ों, आदिवासियों और दलितों पर पड़ेगा। श्री सोरेन ने कहा कि केंद्रीय शिक्षा मंत्री सिब्बल कह रहे हैं कि इस बारे में आइआइटी काउंसिल निर्णय लेगा। सिब्बल के इस प्रयास से यह साबित होता है कि कांग्रेस का हाथ आम लोगों के साथ नहीं है।

श्री सोरेन ने कहा कि कांग्रेस पार्टी समाज के कमजोर वर्गों के बीच चालाकी से फूट डालने की कोशिश कर रही है लेकिन झामुमो ऐसा होने नहीं देगा।

1 comment:

Jandunia said...

आईआईटी में प्रवेश के लिए ८० प्रतिशत अंक अनिवार्य किए जाने के विचार का पुरजोर विरोध किया जाना चाहिए