
इंस्पेक्टर के परिवार वालों से राहुल गांधी ने कहा कि आत्मघाती हमले में पिता को खोने का दर्द वे समझते हैं। उन्होंने इंदवार की पत्नी सुनीता और तीनों बच्चो को हिम्मत देते हुए कहा कि तमिलनाडु के श्रीपेरूम्बुदूर में उन्होंने भी अपने पिता को खो दिया था।
1991 में आत्मघाती हमले में उनके पिता की हत्या कर दी गई थी। उन्होंने बच्चो से कहा कि आप अच्छे से पढाई करना।
अपने दो दिवसीय झारखंड दौरे के दौरान राहुल गांधी ने इंदवार के परिवार के यहां लगभग 20 मिनट बताय़े। राहुल गांधी ने इस बात पर भी विचार करना शुरू कर दिया है कि नक्सलियों को मुख्यधारा में कैसे लाया जाये। उनकी बुनियादी समस्याओं को समझ उसे कैसे दूर किया जाये।
1 comment:
नक्सलवाद की जड़ें यहीं हैं।
Post a Comment