झारखंड मुक्ति मोर्चा ने आखिरकार यूपीए के साथ रहने और विश्वास प्रस्ताव के दौरान यूपीए के पक्ष में वोट करने का ऐलान कर दिया है। झामुमो अध्यक्ष शिबू सोरोन (गुरूजी) ने ये ऐलान प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से मिलने के बाद किया। झामुमो के एक और सांसद टेकलाल महतो शुरू से यूपीए के पक्ष में रहे। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री से उनकी बातचीत हुई जिसमें वर्तमान राजनीतिक हालात के अलावा जो बातें हुई उनमें मुख्य बातें थी वृहत झारखंड राज्य और कोल इंडिया के हेड क्वार्टर को झारखंड में स्थानांतरित किया जाये।
झारखंड मुक्ति मोर्चा के कुल पांच सांसद है – शिबू सोरेन, टेक लाल महतो, सुमन महतो, हेमलाल मुर्मू और सुदाम मरांडी। इनमें से सुदाम मंराडी उडीसा से है और चारों सांसद झारखंड से हैं। बहरहाल, यदि यूपीए की सरकार बहुमत सिद्ध कर देती है तो शिबू सोरेन का कोयला मंत्री बनना तय माना जा रहा है। और उनकी पार्टी से एक और सांसद को राज्य मंत्री बनाया जायेगा।
Sunday, July 20, 2008
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1 comment:
चलो ठीक है, सौदा पट गया, लेकिन मधु कौड़ा का क्या होगा? नरसिंहराव से मिले पैसे खत्म हो गये क्या "गुरुजी"???
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