श्रमिकों और किसानो.... की भूमि है झारखंड
करते हैं कठोर मेहनत कारखानों में, खेतों में
रहते हैं अंधेरों में लेकिन करते हैं दुनिया को रोशन।
घबराओ नहीं होने वाला है उजाला
यूरेनियम, कोयला, लौह, अबरख ....
और अब मिथेन गैस की चमक है
साथ में है हरेभरे जंगल और लहलहाते खेत।
कस लो कमर
और लगे रहो
देश को श्रेष्ठतर बनाने में ।
जरूरत है योजनाबद्ध शिक्षा, विकास
और सही दिशा में सोच की।
यदि कुछ कर गुजरने की तमन्ना है
तो जागो, उठो, संकोच छोड़ो
और उज्ज्वल भविष्य की परिकल्पनाओं के लिए
ईमानदार कोशिश करो।
बस जरूरत है उस ईमान की
जो देश को कर सके रोशन।
करते हैं कठोर मेहनत कारखानों में, खेतों में
रहते हैं अंधेरों में लेकिन करते हैं दुनिया को रोशन।
घबराओ नहीं होने वाला है उजाला
यूरेनियम, कोयला, लौह, अबरख ....
और अब मिथेन गैस की चमक है
साथ में है हरेभरे जंगल और लहलहाते खेत।
कस लो कमर
और लगे रहो
देश को श्रेष्ठतर बनाने में ।
जरूरत है योजनाबद्ध शिक्षा, विकास
और सही दिशा में सोच की।
यदि कुछ कर गुजरने की तमन्ना है
तो जागो, उठो, संकोच छोड़ो
और उज्ज्वल भविष्य की परिकल्पनाओं के लिए
ईमानदार कोशिश करो।
बस जरूरत है उस ईमान की
जो देश को कर सके रोशन।
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