कुछ तथ्यात्मक सत्य –
1. दुबई के शासक मुहम्मद बिन राशिद अल मखतूम ने 2717 फुट (828 मीटर) ऊंची इमारता उदघाटन किया।
2. बिन राशिद अल मखतूम ने संयुक्त अरब अमीरात के राष्ट्रपति के सम्मान में इसका नाम बुर्ज खलीफा रखा.
3. इस भवन को बनवाया है बिल्डर एमार प्रॉपर्टीज ने। इसके चेयरमैन हैं मुहम्मज अलब्बार।
4. इमारत को बनाने में लगभग 1.5 अरब डॉलर खर्च किये गये हैं।
5. दो सौ मंजिली इस इमारत में 163 मंजिलों पर लोग रह सकते हैं।
6. यह इमारत 56 लाख 70 हजार वर्गफुट में फैली है। इनमें से 18 लाख 50 हजार वर्गफुट में रिहायशी इलाका है। 3 लाख वर्गफुट में सिर्फ कार्यालय बने है।
7. यहां विश्व का सबसे ऊंचा तरणताल, लिफ्ट, रेस्टोरेंट और फव्वारा भी मौजूद है।
बहरहाल दुनिया की आबादी का एक बड़ा हिस्सा आज भी भूखे ही सोता है। इस दुनिया में एक ओर दौलत की भव्यता है तो वहीं दूसरी ओर गरीबी और भूखमरी की। इस बड़ी खाईयों को पाटने की जरूरत है तभी भव्यता भी लंबे समय तक बरकरार रहेगी और लोगों को दो जून का रोटी मिल सकेगा। तस्वीर बीबीसी से ली गई
3 comments:
अच्छी जानकारी। दुनिया के अभावों का उल्लेख कर ठीक किया।
........दुनिया की आबादी का एक बड़ा हिस्सा आज भी भूखे ही सोता है।
phir ?
दिनेशराय द्विवेदी जी और अरविंद जी आपने अपनी प्रतिक्रिया दी एक उल्लेख के साथ इसके लिये धन्यवाद। अरविंद जी भूखमरी मिटाने के कई उपाय हैं। इसके लिये अलग से लिखूंग। मैं जानता हूं कि हमारे लिखने से भूखमरी नहीं मिटेगी लेकिन यह भी जानता हूं कि कोशिश से हीं रास्ता निकलता है। हमारे पास इसके लिये एक विजन है लेकिन दुनियां में जो देश हथियारों के सौदागर हैं वे गरीबी दूर करने में बाधा उत्पन्न करते हैं।
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