Tuesday, November 11, 2008

मालेगांव विस्फोट मामले में मुंबई पुलिस हिन्दू नेता से पूछताछ करने यूपी के लिये रवाना

मुंबई एटीस मालेगांव विस्फोट मामले में उत्तर प्रदेश के हिन्दू संगठन के एक बड़े नेता की गिरफ्तारी करने की तैयारी में हैं। एटीएस ने अभी नाम का खुलासा नहीं किया है। इससे भाजपा में खलबली मची हुई है। आज भाजपा सांसद आदित्य नाथ योगी ने कहा कि हिन्दू को बदनाम करने की साजिश की जा रही है। हिम्मत है तो गिरफ्तार करके दिखाओ। योगी ने व्यंग्य के लहजे में कहा कि मुंबई के एटीस को आने दो मदद की जायेगी और यदि प्रमाण लेकर नहीं आया तो जबरदस्त स्वागत होगा यहां। धमकी भरा चेतावनी।
भाजपा के वरिष्ट नेता विनय कटियार कह ही कह चुके हैं कि 1993 के बाद से ही बजरंग दल से उनका संबंध नहीं रहा। प्रज्ञा या उससे जुडे लोगो को वो नहीं जानते। ऐसे में अन्य नेताओं पर विचार हो रहा है कि उत्तर प्रदेश का वो नेता कौन है ? विनय कटियार ने कहा कि मुंबई एटीएस को जिससे पुछताछ करना है करे। कटियार जी ने एटीएस के खिलाफ कहा कि प्रज्ञा का चार बार नार्को टेस्ट क्यों किया गया? यह सब कुछ राजनीति के तहत हो रहा है।

हिन्दूवादी संगठन इनदिनों बौखलाये हुए हैं। क्योंकि उनके काले चिठ्ठे सामने आने लगे। मालेगांव विस्फोट मामले में पकड़ी गई प्रज्ञा सिंह और इनके सहयोगी के कारण हिन्दू संगठन हिल गया। और इन लोगों के कारण हिन्दू समुदाय पर भी आंतकवाद के ठप्पे लगे। सबसे आश्चर्य तो इस बात की है कि इसमें सेना के कुछ लोग भी शामिल हैं। प्रज्ञा सिंह का जो फोन टेप रिकार्ड हुआ है उसमें प्रज्ञा कह रही हैं कि इतने कम लोग कैसे मरे।

तथाकथित हिन्दू की राजनीति करने वाले संगठन और राजनीतिक दल को समझ नही आ रहा है कि वे क्या करें ? अब यह भी सवाल उठने लगे हैं कि गोधरा ट्रेन में जो आग लगी और दर्जनों राम भक्तों की मौत हुई कहीं वह हिन्दू संगठनों की ही साजिश तो नहीं थी गुजरात में दंगा कराने और नरेन्द्र मोदी को गद्दी पर बिठाने के लिये। यदि अहमदाबाद में विस्फोट हुए और बेकसूर लोग मारे गये। तो सूरत में बम विस्फोट क्यों नहीं हो पाया? अहमदाबाद में हुए विस्फोट के दो दिन बाद जिस प्रकार से सुरत में बम मिले वो भी एक दो नहीं बल्की दो दर्जन से अधिक इसमें भी हिन्दू आंतकियो का ही हाथ लगता है मुसलमान के खिलाफ चिनगारी को हवा देने के लिये।

अहमदाबाद विस्फोट के बाद पूरे राज्य में हाई एलर्ट लागू किया गया। हाई एलर्ट के बावजूद बडे पैमाने पर बम कैसे लगाये गये। कही पेड़ो पर बम मिले तो कही दुकानों के ऊपर। कहीं पुलिस स्टेशन के सामने। सूरत में मिले बम को बम विरोधी दस्ता बिना सुरक्षा कवच के बम निष्क्रिय करते देखे गये।
एक कहावत है कि जो लोग दूसरो के लिये गढा खनते हैं प्रकृति उनके लिये खाई तैयार कर देती है। जेहाद के नाम पर इस्लामी आंतकवाद का गढ पाकिस्तान रहा है आज खुद आंतकवाद के चपेट में आ गया। वहां आये दिन विस्फोट हो रहे हैं। यदि हिन्दू भी आंतकवाद का सहारा लेकर आंतकवादी गतिविधियों में आगे बढता है तो आंतकवाद के क्षेत्र में कुदे हिन्दू आंतकवादी भी सलाखों के पीछे हीं दिखेंगे।

3 comments:

Dr. Devang Mehta said...

इसमें तो कोई संदेह ही नहीं है कि कांग्रेस की एटीएस प्रग्या ठाकुर के मामले पर बुरी तरह घिर चुकी है. बार बार नार्को टैस्ट करने के बाबजूद भी कुछ भी नहीं निकला. यहां तक कि प्रग्या का नार्को टैस्ट बंगालोर के बजाय बम्बई की प्रयोगशाला में कराया गया लेकिन...

आजकल मुस्लिम आतंकवाद के सबसे बड़े पैरोकार और हिन्दुस्तान के सबसे बड़े दलाल का किया धरा काम आरहा है और इसक फैंके टुकड़े तोड़ने के लिए अनेकों छुटभैय्ये पत्रकार भी शामिल हो गये हैं. तभी मीडिया में सिर्फ मालेगांव मालेगांव ही दिख रहा है बाकी सारे बमकांडों से मीडिया अन्धा हो चुका है.

Unknown said...

देवांग से सहमत, अभी तो मीडिया को सिर्फ़ और सिर्फ़ मालेगांव ही दिखाई दे रहा है, और उसमें भी ATS द्वारा प्लांट की गई खबरें ही हैं खुद का उसमें कोई विश्लेषण या खोज नहीं है… ड्राइंगरूम में बैठकर पत्रकारिता करने वालों से ज्यादा उम्मीद क्या करें… समूचा उत्तर-पूर्व आतंकवादियों/बांग्लादेशियों के कब्जे में आता जा रहा है, और ये लगे पड़े हैं मालेगांव के पीछे…

Sadhak Ummedsingh Baid "Saadhak " said...

पूरे देश में फ़ैलता, आतंकवादी शिकंजा.
क्यॊं कहने से डर रहे, यह है मुस्लिम पंजा.
है यह मुस्लिम पंजा,सेकूलरवाद की ताकत.
खुद तो है कमजोर,ले रहा तन्त्र की ताकत.
तन्त्र हटाओ, यह साधक कब से कहता है.
आतंकवादी इसके बल पूरे देश में फ़ैलता है.