Wednesday, August 22, 2007
झारखंड राज्य की स्थापना
14-15 नवबंर,2000 की मध्य रात्रि को रांची में हजारो लोग खुशी से झुम रहे थे- आसमान ढोल- नगाड़ों से गूंज रहा था। मौका था देश के 28वें राज्य के गठन का। हाई कोर्ट के कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश विनोद कुमार गुप्ता ने प्रभात कुमार को राज्यपाल पद की शपथ दिलाई। इस प्रकार प्रभात कुमार झारखंड राज्य के प्रथम राज्यपाल बने और उन्होंने भारतीय जनता पार्टी के नेता बाबू लाल मंराडी को मुख्यमंत्री पद की शपथ दिलायी। और वे झारखंड राज्य के प्रथम मुख्यमंत्री बने। चारो तरफ खुशी और उल्लास का माहौल था। क्योंकि वर्षों बाद झारखंड वासियों की मांग पुरी हुई थी। इसी वर्ष झारखंड के अलावा दो और राज्यों का गठन किया गया। 26वें राज्य के रुप में छत्तीसगढ का गठन 1 नवबंर को किया गया, यह पहले मध्य प्रदेश का हिस्सा था। इसी प्रकार 9 नवबंर को 27 वें राज्य के रुप में उत्तरांचल राज्य का गठन किया गया जो पहले उत्तर प्रदेश का हिस्सा था। तीनों राज्यों के गठन में सबसे ज्यादा संघर्ष झारखंड के लोगों ने किया। हजारों लोग शहीद हुए । अलग राज्य के लिये किये गये आंदोलन की गाथा और अलग राज्य का गठन देश के इतिहास में स्वर्णो अक्षरों में लिखा जायेगा।
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