बीजेपी विधायक कोडनानी को दो अलग-अलग धाराओं के तहत 28 साल की सजा सुनाई गई है। कोडनानी को हत्या के आरोप में उम्रकैद और साजिश रचने के आरोप में धारा 326 के तहत सजा सुनाई गई है। एक मामले में 10 और दूसरे मामले में 18 साल की सजा सुनाई गई। इस तरह उन्हें कुल 28 साल जेल में काटने होंगे। और बाबू बजरंगी को पूरी जिंदगी जेल में काटनी होगी।
उल्लेखनीय है कि गोधरा ट्रेन हादसे के बाद नरोडा पाटिया में दंगे हुए थे जिसमें 97 लोगों की हत्या कर दी गई थी। यह मामला 28 फरवरी 2002 का है। इस मामले में कोडनानी और बजरंगी समेत 70 लोंगो को आरोपी बनाया गया। इनमें से 32 लोगों को सजा सुनायी गई। 29 लोगों को बरी किया गया। 2 फरार है और 7 की मौत हो चुकी है।
बहरहाल, गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र
मोदी की परेशानी बढ सकती है। क्योंकि माया कोडनानी ने भीड़ को उकसाया था। बाद में कोडनानी महिला और
बाल विकास मंत्री बनी थीं। मार्च 2009 में मंत्री रहते गिरफ्तार होने
पर उन्हें इस्तीफा देना पड़ा।