Thursday, January 17, 2008

दिल्ली-मुंबई के दिन लदेंगे, चमकेगा झारखंड

प्राकृतिक संसाधनों से संपन्न झारखंड देश के सबसे धनी इलाकों में से एक है। चाहे खनिज संपदा का मामला हो या प्राकृतिक सौंदर्य का। इतना ही नहीं यहां खेती भी अच्छी है लेकिन कभी भी सरकार ने इस राज्य के प्रति विशेष ध्यान नहीं दिया।जंगल-पहाड़-पठार और झरने की सौंदर्य मनमोहक है। किसी भी क्षेत्र को आप कब तक नकारते रहेंगें। आज दुनियां भर के उधोगपति झारखंड में निवेश करने को आ रहे हैं। दिल्ली – मुंबई जैसे शहर अब इतिहास के लिये जाने जायेंगे, आगामी कुछ हीं वर्षों में अर्थात 10 सालों के अंदर। आधुनिक और रोजगार देने वाले शहर होंगे धनबाद, बोकारो, रांची, जमशेदपुर, गिरीडीह और दुमका। यहां के लोग भी काफी मेहनती और अच्छे इंसान हैं। इतना हीं नहीं वे क्रांतिकारी भी है। अंग्रेज इस बात को कभी नहीं भूल पायेंगे। आइये आपको कुछ झलकियां दिखाते हैं झारखंड राज्य की।
कोयला, लोहा, अबरख, यूरेनियम जैसे दर्जनों खनिज हैं झारखंड में। खबर है कि धनबाद में मिथेन गैस का भंडार भी मिला है। ऐसे दर्जनों झरने हैं तेज बहाव वाले जहां से बिजली पैदा करने के लिये सरकार के साथ साथ निजी कंपनियां भी जोर लगा रही है।
शिक्षा के प्रति विशेष ध्यान दिया जा रहा है। यह है धनबाद का इंडियन स्कुल ऑफ माइन्स। इस तरह के विश्व स्तरीय इंजीनियरिंग कॉलेज एशिया में सिर्फ दो ही है।
खेती के भी भरपूर संसाधन हैं

ऐसे सौंदर्य भरे दृश्य एक दो नहीं सैकड़ो हैं झारखंड में। अब यहां फिल्म उद्योग लगाने पर विचार किया जा रहा है.

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